JRD Tata

आज का इतिहास: बचपन के सपने को मिली थी उड़ान, 1929 में JRD Tata बने थे देश के पहले पायलट/Today’s History: Childhood dream got flight, JRD Tata became the country’s first pilot in 1929

देश के महान उद्योगपतियों में गिने जाने वाले जेआरडी टाटा (JRD Tata) ने बचपन में ही विमान सेवा शुरू करने का सपना देखा था और काफी संघर्ष के बाद उन्होंने अपने इस सपने को पूरा भी किया। जेआरडी टाटा ने जब वर्ष 1919 में पहली बार जब हवाई जहाज शौकिया तौर पर उड़ाया था जब वो सिर्फ 15 साल के थे। इसके बाद साल 1929 में पायलट का लाइसेंस हासिल करने वाले वे पहले भारतीय बने थे। इतना ही नहीं, अप्रैल 1932 में जेआरडी टाटा (JRD Tata) ने एयर इंडिया की स्थापना की और इसका नाम टाटा एयरलाइंस रखा, लेकिन आपको ये जानकर भी हैरानी होगी कि उनकी मां सुजैन भारत में कार चलाने वाली पहली भारतीय महिला थीं।

जेआरडी को बचपन से ही विमान को उड़ाने की प्रबल इच्छा थी

जेआरडी को बचपन से ही विमान को उड़ाने की प्रबल इच्छा थी और यही वजह थी कि जब वह फ्रांस में पढ़ाई कर रहे थे तब मात्र 15 साल की उम्र में विमान में उड़ान भरने का मौका मिला था। इसमें उन्हें इतना मजा आया कि उन्होंने उसी वक्त एयरलाइंस बनाने का सपना देखा था और भारत के पहले एयरलाइन्‍स एयर इंडिया की शुरुआत कर अपने सपने को पूरा किया था। 10 फरवरी 1929 में जेआरडी टाटा (JRD Tata) कॉमर्शियल पायलट का लाइसेंस पाने वाले पहले भारतीय बने थे।

पायलट का लाइसेंस मिलने के बाद जेआरडी टाटा (JRD Tata) ने 15 अक्तूबर, 1932 को सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर कराची एयरपोर्ट से मुंबई के लिए उड़ान भरी थी। इस दौरान कुछ वक्त के लिए उनके विमान को अहमदाबाद में रोका गया था। जहां बरमा शेल के चार गैलन के पेट्रोल के पीपे को बैलगाड़ी पर लादकर लाया गया था और उस छोटे से विमान में पेट्रोल भरा गया था। यह विमान दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर मुंबई के जुहू हवाई अड्डे पर लैंड किया। इस दौरान विमान में कोई पैसेंजर नहीं था, बल्कि इसमें चिटि्ठयां भरी हुई थीं। इन चिट्ठियों का कुल वजन 27 किलो था। यह चिट्ठियां लंदन से इम्पीरियल एयरवेज से कराची लाई गईं थीं।

जानिए कैसे बनी एयर इंडिया

इसके बाद 1930 में टाटा के पास एक एयरमेल सर्विस शुरू करने का प्रस्‍ताव आया, जिससे 1932 में जेआरडी की अगुवाई में टाटा एविएशन सर्विस की शुरुआत हुई। जिस समय में एविएशन सेक्‍टर में यूरोपियन कंपनियों को एकाधिकार था, उस समय में जेआरडी ने टाटा एविएशन सर्विस की शुरुआत कर आसमान में भारत का नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज कर दिया। टाटा एविएशन सर्विस का नाम बाद में टाटा एयरलाइंस और फिर एयर इंडिया कर दिया गया।
जेआरडी न होते, तो शायद सोनारी एयरपोर्ट भी नहीं होता। साल 1940 में 25 एकड़ जमीन पर सोनारी एयरपोर्ट बन कर तैयार हो गया और टाटा की उड़ान वहीं से शुरू हुई। उन्हें भारत के नागरिक उड्डयन का पिता कहा जाता है। उन्हें पद्म विभूषण की उपाधि दी गई, फिर भारत रत्न का भी सम्मान दिया गया।

आज के ही दिन माइक टाइसन को दुष्कर्म का दोषी पाया गया

महान मुक्केबाज माइक टाइसन को आज ही के दिन यानी 10 फरवरी को बलात्कार का दोषी पाया गया था। साल 1991 में माइक टाइसन को 18 साल की डेसिरी वॉशिंगटन से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 26 जनवरी 1992 से ट्रायल शुरू हुआ और 10 फरवरी 1992 को इंडियानापोलिस की कोर्ट ने उन्हें बलात्कार का दोषी पाया और 26 मार्च 1992 को उन्हें छह साल की सजा सुनाई गई। जेल में रहते हुए माइक टाइसन ने कई अच्छे काम किए, जिसकी वजह से उन्हें तीन साल में ही जेल से रिहा कर दिया गया। बता दें कि महान बॉक्सर माइक टाइसन ने 19 साल की उम्र से बॉक्सिंग शुरू की थी।

भारत और दुनिया में 10 फरवरी की महत्वपूर्ण घटनाएं इस प्रकार हैं:

2009: शास्त्रीय गायक पंडित भीमसेन जोशी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
1996: आईबीएम के सुपर कम्प्यूटर Deep Blue ने शतरंज में गैरी कास्परोव को हराया। गैरी कास्परोव चेस में वर्ल्ड चैंपियन रहे हैं।
1992: अंडमान-निकोबार आइलैंड को विदेशी पर्यटकों के लिए खोला गया।
1979: ईटानगर को अरुणाचल प्रदेश की राजधानी बनाया गया।
1970: मशहूर हिंदी कवि कुमार विश्वास का जन्म हुआ।

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