Raja Ram Mohan Roy के अनमोल विचार/ Raja Ram Mohan Roy Quotes in Hindi
Raja Ram Mohan Roy एक भारतीय सामाजिक शिक्षा सुधारक थे। उन्हें ‘आधुनिक भारत का जनक’ भी कहा जाता है। इसके आलावा उन्हें ‘आधुनिक भारत के पिता’ और ‘बंगाल पुनर्जागरण के पिता’ के नाम से भी जाना जाता है। उन्होने समाज में चल रही कई कुरूतियों को विरोध किया। उनका मानना था कि जब तक अंधविश्वास और जाति प्रथा पर प्रहार नहीं होगा, तब तक हिन्दू समाज प्रबलता के साथ खड़ा नहीं हो सकता। उन्होंने सती प्रथा के खिलाफ अपनी आवाज उठाई।
Raja Ram Mohan Roy के अनमोल विचार
आज इस पोस्ट में हम राजा राम मोहन राय जी के अनमोल विचारों को जानेंगे और उनसे सीख लेंगें। आइये जानते हैं –
Raja Ram Mohan Roy Quotes in Hindi
1- नदी में नहाने, पीपल की पूजा करने और पंडित को दान करने से व्यक्ति के पाप नहीं धुलते। नदी में नहाने से पाप कभी नहीं धुल सकते। ऐसे मानने वाले लोग अन्धविश्वास के अंधेरों में भटक रहे हैं।
2 – पाप कर्म का त्याग करना तथा उसके लिए प्रायश्चित करना मोक्ष का साधन है।
3 – परमात्मा केवल एक ही है। उसका कोई अंत नहीं है। सभी जीवित वस्तुओं में परमात्मा का अस्तित्व है।
4 – हिन्दी में अखिल भारतीय भाषा बनने की क्षमता है।
5 – प्रत्येक स्त्री को पुरूषों की तरह अधिकार प्राप्त हो, क्योंकि स्त्री ही पुरूष की जननी है। हमें हर हाल में स्त्री का सम्मान करना चाहिए।
6 – यह व्यापक विशाल विश्वब्रह्म का पवित्र मन्दिर है, शुद्ध शास्त्र है। श्रद्धा ही धर्म का मूल है, प्रेम ही परम साधन है। स्वार्थों का त्याग ही वैराग्य है।
7 – समाचार- पत्रों को पिछड़ी जातियों तक पहुंचाया जाए, जिससे कि वे ज्ञान के प्रकाश से सराबोर हो सके।
8 – मैं हिन्दू धर्म का नहीं बल्कि उसमें व्याप्त कुरूतियों का विरोध करता हूँ।
9 – विचलित करने वाले अन्धविश्वासी हैं, धर्माध हैं, वे पूरे समाज में अन्धकार फैलाना चाहते हैं।
10 – अन्धविश्वास के अँधेरे से बाहर निकलो।
11 – यदि मानव जाति किसी के द्वारा थोपे गए विचारों का अनुसरण न करे और अपने तर्क से सत्य का अनुसरण करे, तो उसकी उन्नति को कोई रोक नहीं सकता। प्रत्येक भेदभाव को मिटा कर प्रगति की राह पर अग्रसर हो सकता है
12 – किसी भी अन्य धर्म ग्रन्थ को पढने से जाति भ्रष्ट होने का प्रश्न ही नहीं उठता। मैंने तो कई बार बाइबिल और कुरानेशरीफ को पढ़ा है पर मै न तो ईसाई बना और न ही मुसलमान बना। बहुत से यूरोपियन गीता और रामायण पढ़ते हैं, वे तो हिंदू नहीं हुए।
13 – साधारण दिखने वाले लोग ही दुनिया के सबसे अच्छे लोग होते हैं। यही वजह है कि भगवान ऐसे बहुत से लोगों का निर्माण करते हैं
14 – पूजा बाहरी कर्मकाण्डों से नहीं वरन् आत्मा की शुद्धता से होती है।
15 – केवल ज्ञान की ज्योति द्वारा ही मानव मन के अन्धकार को दूर किया जा सकता है।