Switzerland में सार्वजनिक जगहों पर चेहरा ढंका तो देना होगा भारी भरकम जुर्माना, ‘बुर्का बैन’ कानून पर मचा बवाल In Switzerland, if you cover your face in public places, you will have to pay a heavy fine, there is a ruckus over the ‘burqa ban’ law
पिछले साल ‘बुर्का’ पर लगा था बैन (burqa ban)
वेबसाइट अल-अरबिया के अनुसार, सार्वजनिक जगहों पर चेहरे को ढंकने को लेकर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव को पिछले साल एक जनमत संग्रह के जरिए स्वीकार किया गया था. स्विस सरकार ने अब इस प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने को लेकर एक मसौदा कानून संसद में भेज दिया है. हालांकि इस तरह के आदेश को लेकर वहां पर विरोध भी शुरू हो गया है।
इस कानून में कई तरह की छूट भी दी गई है जिनके तहत राजनयिक परिसरों, पूजा स्थलों और विमानों में चेहरा ढंकने पर प्रतिबंध संबंधी नियम लागू नहीं होंगे. हालांकि स्वास्थ्य, सुरक्षा, जलवायु परिस्थितियों और स्थानीय रीति-रिवाजों से जुड़े कारणों की वजह से चेहरा ढंकना वैध होगा. यही नहीं कला के प्रदर्शन और विज्ञापन को भी इसमें छूट दी गई है।
यूरोप के कई देशों में बैन है बुर्का (burqa ban)
सार्वजनिक रूप से पूरे चेहरे को ढंकने पर प्रतिबंध पहली बार 11 अप्रैल 2011 को फ्रांस द्वारा लगाया गया था। डेनमार्क, ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड और बुल्गारिया में भी सार्वजनिक रूप से चेहरा ढंकने पर पूर्ण या आंशिक रूप से प्रतिबंध है। मुस्लिम स्विट्जरलैंड की आबादी का लगभग 5 प्रतिशत हिस्सा हैं, जिनमें से अधिकांश की जड़ें तुर्की, बोस्निया और कोसोवो से जुड़ी हैं।
मसौदा प्रस्ताव में सीधे तौर पर ‘बुर्के’ का जिक्र नहीं
चेहरा ढंकने पर जुर्माने के कैबिनेट प्रस्ताव में सीधे तौर पर बुर्के का जिक्र नहीं है। खबरों की मानें तो इसका उद्देश्य हिंसक प्रदर्शनकारियों को मास्क पहनने से रोकना है। लेकिन स्थानीय राजनेताओं, मीडिया और कैंपेनर्स ने इसे ‘burqa ban’ कहा है। एक बयान में कैबिनेट ने कहा कि चेहरे को ढंकने पर बैन का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा और व्यवस्था सुनिश्चित करना है। सजा इसकी प्राथमिकता नहीं है। डेलीमेल की खबर के अनुसार प्रतिबंध के समर्थकों का कहना है कि ‘चेहरे को ढंकना कट्टरपंथ, राजनीतिक इस्लाम का प्रतीक है।